By | June 8, 2023

Maa kii chudai ki kahani:-हैलो दोस्तो, आज मैं आपको अपनी रियल स्टोरी बताता हूँ. माँ की चुत चोदने में कितना मज़ा आता है ये वही बता सकता है जिसने माँ चोदी हो.

माँ की चुत का मज़ा कोई किस्मत वाला लंड ही ले सकता है. किस्मत बनाई भी जा सकती है.मेरे घर में पापा माँ सिस्टर और मैं रहते हैं.

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Maa kii chudai ki kahani

मेरे पापा बहार जॉब करते हैं. सिस्टर भी बहार हॉस्टल में पढ़ती है. घर में मैं और माँ ही रहते हैं. माँ बहुत ही मस्त लेडी है. खूब बन थन कर रहती है. योग करती है. खूब हैप्पी रहती है.किसी से बात करती है तो बहुत ही प्यार से सेक्सी आवाज़ में बात करती है.

जो भी उस से बात करता है बस उसका फैन हो जाता है. माँ को देख कर हर किसी का लंड खड़ा हो जाता है. पर माँ किसी को लाइन नहीं देती. वह बहुत दबंग भी है तो कोई हिम्मत भी नहीं करता. उसकी बॉडी लैंग्वेज बहुत पॉजिटिव है.

माँ की उम्र 42 है. पर वह 30 के आस पास लगती है. उसने बॉडी को बहुत अच्छे से मेन्टेन किया हुआ है.

माँ का नाम निशा है. मैं माँ को चोद लूंगा ये कभी भी नहीं सोचा था. कई बार माँ के बूब दिख जाते थे. नाइटी पहनती है तब उसकी टांग और गोरे कंधे दिख जाते हैं.माँ के बूब मस्त हैं. उनके लम्बे और काले बाल हैं. Maa kii chudai ki kahani

Maa ki chudai ki kahani

माँ को देख कर चोदने का मन होने लगता है. मैं माँ की बहुत रेस्पेक्ट करता हूँ. एक दिन की बात है. माँ की सहेली गीता घर पर आई हुई थी. मैं ऊपर अपने रूम में था. वह दोनों अपने रूम में बैठ कर बात कर रही थी.जब मैं निचे आया तो वह किसी लेडी की बात कर रही थी.

मैं उसी रूम के बहार कोई काम कर रहा था. तब उनकी बात मेरे कान में पड़ने लगी. मुझे उनकी बात में मज़ा आने लगा. वह शायद किसी लेडी की बात कर रहे थी. गीता बहुत ही नॉटी टाइप लेडी है.

माँ की बेस्ट फ्रेंड है.उसका पति खूब पैसे वाला है तो माँ को साथ ले जाती है. वह खूब शॉपिंग करती है. माँ को भी कुछ न कुछ गिफ्ट करती रहती है. माँ मना करती रहती है पर वह माँ को पटा ही लेती है.

गीता का देवर भी बहार रहता है. घर पर उसकी सास और ससुर ही रहते हैं.देवर वीक में संडे को ही आता है. पति तो साल में ही एक राउंड लगता होगा.

गीता भी मस्त माल है. खूब बोलती है. उनकी बात सुन कर समझ नहीं आया की वह किस की बात कर रही है.

मैंने सोचा अगर यहाँ देख लिया सब गड़बड़ हो जाएगी. मैं रूम के पीछे दूसरी तरफ चला गया.खिड़की खुली थी तो उनकी आवाज़ बहुत साफ़ क्लियर आ रही थी.

माँ – यार किस्मत वाली है वह तो. जो उसको ये सब मिल रहा है. अपनी किस्मत कहाँ.Maa kii chudai ki kahani

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गीता – यार किस्मत बनानी पड़ती है.

माँ – अब किस्मत थोड़ी बदल सकते हैं. यार बस एक यही कमी है.

गीता – यार तू मेरी फ्रेंड है. आज कल तो सब होता है.

माँ – वह तो है पर पति के बिना मज़ा नहीं आता. तू कैसे रह लेती है यार.

गीता – यार कोई नहीं रह सकती. सब करती है. एक बार ये चस्का लग जाता है तो फिर रहा नहीं जाता.

माँ – किसी दूधवाले से करते हैं तो इज़्ज़त ख़राब हो जाती है. ये दूधवाले टाइप लोग सब को बता भी देते हैं. इनके साथ तो रिस्क है.
गीता – तो घर में कर लो. कोई रिस्क नहीं है.

माँ – पागल है क्या? क्या बोल रही है.

गीता – यार घर में किसी को पता नहीं चलता. जब अकेले हुए तो चुदाई कर ली. बहुत लोग अपने देवर जेठ ससुर सब से करती हैं.

माँ – मैंने तो नहीं सुना.गीता – यार होता है सब.

माँ – पर रिस्क है. घर में सब होते हैं तो कैसे होता है?

गीता – हो जाता है.माँ – यार कोई दूर का हो. जो जनता ही न हो. वीक में एक बार मिल जाये तो मज़ा आ जाये. कोई बढ़िया मन हो पर ये मिलना मुश्किल है.

गीता – घर में हो तो मज़ा आ जाये.

माँ – तू घर घर क्या कर रही है. मेरे घर में तो बेटा है बस. कोई देवर भी नहीं है.

गीता – यार सब होता है.

माँ – तेरी मेरी किस्मत में कोई नहीं है.

गीता – यार एक सीक्रेट है. तू मेरी बेस्ट फ्रेंड है. लगता है अब तो बताना ही पड़ेगा. तू तो एकदम बुद्धू है.

माँ – क्या बात है.

गीता – मेरी किस्मत में तो है.

माँ – क्या बोल रही है तू? क्या करने वाली है तू?

गीता – करने वाली नहीं हूँ कर रही हूँ. एक साल से. ये सीक्रेट है यार. अगर मुझे पता होता तो बहुत पहले बता देती तुझे.

माँ – अब बोल भी दे.

गीता – मैं तो एक साल से मज़े ले रही हूँ. तू बस ये राज़ अपने तक ही रखना. Maa kii chudai ki kahani

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माँ – कौन है वह?

गीता – ससुर जी.

माँ – ओह माय गॉड! क्या बोल रही है गीतू?

गीता – ये सब सच्चा है. मुझे बहुत मज़ा देते हैं ससुर जी.

माँ – ओह मैं सोच भी नहीं सकती!

गीता – सोचा तो मैंने भी नहीं था, पर अब तो उनके बिना रहा नहीं जाता.

माँ – ये सब कैसे हुआ? तू नॉटी है पर इतनी चालू है ये आज पता चला. कमाल कर दिया तूने गीतू.

गीता – यार पति बहार रहने लगा तो 1 साल मुश्किल से बिताया था.

माँ – तूने बूढ़े को कैसे पटाया? मैं बहार सब सुन कर एक्ससिटेड हो गया था. मेरा लंड अब एक दम तन गया था. मुझे बहार गर्मी भी लग रही थी पर मज़ा भी आ रहा था.

गीतू – मेरी सास को जल्दी सोने की आदत है. तोह वह शाम के टाइम ससुर जी के रूम में जाती थी.

माँ – किसलिए जाती थी?

गीता – मुझे थोड़ा शक हुआ. वह तेल मालिश के बहाने जाती थी. ससुर जी देसी दवा को जला कर उसकी भाफ लेते हैं. उनको सर दर्द की प्रॉब्लम है. मालिश भी करवाते हैं.

माँ – ओह फिर.

गीतू – एक दिन मैंने देखा की सास ससुर से चुदवा रही है. ससुर ने उसको घोड़ी बना रखा था. 9 इंच का कला लंड देख कर मैं हैरान हो गयी. फिर मुझे चस्का लग गया. मैं रोज देखने लगी.

माँ – ओह.

गीतू – फिर सास घूमने बहार गयी थी 16 दिन टूर पर. तब मैंने सोच लिया की सास की जगह मुझे भी करना है.
माँ – फिर क्या किया तुम ने?

गीतू – शाम को मैंने जल्दी ही खाना बना लिया फिर उसी टाइम ससुर जी के रूम में गयी. मैं उनके सामने झुकी तो मेरे बूब उनको दिख गए.

माँ – फिर क्या हुआ?

गीतू – ससुर की तरफ कर गांड करके झुकी रही. 2-3 बार बूब दिखाए. तेल लगाने को बोला तो मना कर दिया.

माँ – ओह फिर?

गीतू – मुझे बहुत गुस्सा आया. दूसरे दिन फिर गयी. मगर बात नहीं बनी. तब मैंने सोचा की कुछ करना होगा.

माँ – क्या किया तूने?

गीतू – तब मैं शाम को नहीं गयी. Maa kii chudai ki kahani

रात को गेट लॉक कर दिया और मैंने ट्रांसपेरेंट नाइटी पहन ली. बूब की चुचि साफ़ दिखती है उसमे.ब्रा पेंटी कुछ भी नहीं पहनी.

माँ – ओह!

गीतू –घूँघट भी नहीं था, ससुर को झुक कर दूध दिया तो मेरे बूब 60 – दिख गए. मैं वहीँ बैठ गयी मुझे देखते ही उनको झटका सा लगा.

माँ – हम्म्म तू माल है यार.

गीतू – मैंने ससुर जी के पैर दबाने लगी.

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मेरे सॉफ्ट हाथ से वह गरम हो गया. उसका लंडखड़ा होने लगा. मेरा हाथ उसकी जांघ तक चला गया.

माँ – ओह यार.गीतू – मैं फिर खड़ी हुई और गेट लॉक कर दिया. लाइट भी ऑफ कर दी और बोली की मुझे अकेली को डर लगता है यहीं सोऊंगी.

माँ – ओह यार.

गीतू –मैंने नाइटी खोल कर नंगी हो गयी और अँधेरे में ससुर जी की दवाई देने के बहाने सीधे लंड को पकड़ लिया.

माँ – ओह माय गॉड!

गीतू – ‘ओह ससुर जी मैंने ये सेक्सी आवाज़ में बोले ,तब उसका एक हाथ मेरे कंधे पे था. दूसरा हाथ पीठ पर था. उसने कमर पर हाथ फेरा और बूब को भी पकड़ लिया. वह खड़ा हुआ और अपने कपडे खोल दिए, फिर लाइट ऑन कर दी. मुझे गोद में लिया और बेड पर ले गया.

माँ – यार चुत गीली हो रही है.

गीतू – ससुर जी ने मेरे होठ और गाल बहुत देर चूसे. फिर मेरे बूब इतने चूसे की लाल हो गए. फिर साडी बॉडी चूसी. गांड भी चूसी. मैंने लंड लेना चाहा तो बोला की साली रात मज़े दूंगा. पहले चूसने तो दे. मुझे एक घंटे तक चूस चूस कर कई बार झाड़ दिया.

माँ – ओह.

गीतू – फिर लंड चुसाया. वह गरम हुआ तब मेरी चुत में डाला. मेरी जान सी निकल गयी मगर मज़ा आने लगा. उसने स्टाइल बदल बदल कर चोदा. घोड़ी बना कर बहुत चोदा. मैं सोच भी नहीं सकती वह सब किया. अब तो ससुर जी बिना मेरा मन ही नहीं लगता. Maa kii chudai ki kahani

माँ – और क्या किया?

गीतू – ससुर ने मेन गेट को बहार से लॉक लगा दिया और गेट बंद कर अंदर भी लॉक लगा दिया. ताकि हमारे घर कोई न आये.

माँ – ऐसा क्यों किया?

गीतू – ताकि वह मुझे दिन रात चोद सके. मुझे घर में नंगी ही रखते थे. कोई काम भी नहीं करने देते. बस खाना बनाना होता था.

माँ – ओह माय गॉड.

गीतू – दिन भर चुदाई करते, सोती हुई को ही चोद देते. खाना बनाते टाइम भी पीछे से पकड़ लेते थे. इतनी चुदाई करते थे की थक जाती थी. पर हाथ पेअर दबा देते. बहुत प्यार से करते तो मना भी नहीं कर पाती थी.

माँ – ओह और क्या करते हैं?गीतू – यार कुछ बात प्राइवेट होती है. वह तो नहीं बता सकती. मुझे शर्म आती है. पर 15-20 दिन तक चोद चोद कर मुझे अपनी रखेल बना ली.

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माँ – तुझे चोदते तो क्या फील होता?

गीतू – बस सोचने का मौका ही नहीं मिलता यार. लगता की ससुर ही मेरा पति है. बहुत मज़े दिए. 15० दिन तक चड्डी भी नहीं पहनने दी. खूब साथ ही नहाते थे. घर की हर जगह पकड़ पकड़ कर मुझे चोदा. हर पोजीशन में बहुत एक्सपीरियंस है उसको.

माँ – ओह पर मेरा तो कोई ससुर भी नहीं है.

गीतू – तेरे लिए कोई जुगाड़ कर दूंगी. अब जाना होगा. देवर जी का फोन आ रहे हैं.

माँ – अब इसको क्या चाहिए. बोल दे की कोई जरुरी काम है.

गीतू – नहीं यार. देवर जी को भी देनी है. एक वीक बाद आये हैं.

माँ – ओह माय गॉड, देवर को भी पटा लिया?

गीतू – हम्म. अब चलती हूँ. कल आउंगी यार.

माँ – चाय ठंडा कुछ?

गीतू – डार्लिंग अब निकलने दे. कल आउंगी. लव यू डिअर.गीता ने माँ को हग किया और बूब को भी टच किया. फिर बोली “बहुत मस्त है यार तेरे लिए कुछ करुँगी.” वह अपने घर चली गयी.

मेरा हाल बुरा हो गया. माँ भी बहुत प्यासी लग रही थी. मैं अपने रूम में आकर सो गया. Maa kii chudai ki kahani
थोड़ी ही देर में माँ चाय ले आई.

मैंने माँ को स्माइल दी तो उसने भी दी. माँ का फेस आज बदला हुआ था.

आगे की स्टोरी अगली बार. कोई भी प्यासी माँ टिप्स लेकर मज़े करना चाहती है तो एक बार जरूर कमेंट करे करे।

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