Mummy Ki Chudai Ki Kahanii: हैलो दोस्तों हाजिर हु एक और कहानी के साथ आप कहानी पढे और मुझे फीड बैक देना न भूले, दोस्तों मेरा नाम अभिषेक है और मेरी उम्र 24 साल है मैं हरीयाणा का रहने वाला हु मेरी ये कहानी मेरे चाचा और माँ की चुदाई के बीच की है।
मैं – मम्मी मैं फिर भी आपसे शादी करना चाहता हु और मैं चाहता हु आप मेरे नाम का मंगलसूत्र पहनो, मम्मी से मंगलसूत्र वाली बात बोलके मैंने अपनी पॉकेट से एक मंगलसूत्र निकाला जो मैं पहले ही खरीद चूका था।
मम्मी मंगलसूत्र देखकर चौक गयी और उन्होंने मेरे हाथ से मंगलसूत्र ले लिया मम्मी मेरी बातो के बारे में सोचनी लगी और मैं उन्हें मनाने लगा और कुछ देर मनाने के बाद मम्मी मान गयी,
मम्मी – ठीक है बेटा वैसे तो हम दोनों वह सब कर चुके है जो पति पत्नी करते है और मैं बिना शादी के भी तेरी हर इच्छा पूरी कर सकती हु मगर तू फिर भी मुझसे शादी करना चाहता है तो मैं तैयार हु।
मैं – मम्मी आपके पास सिन्दूर तो होगा ही पर्स में मम्मी मेरी बात सुनके अपने पर्स से सिन्दूर ले आयी और उन्होंने सिन्दूर मेरे हाथ में दे दिया।
मम्मी मेरी बातो और हरकतों पर हस रही थी मगर सच तो ये था की मैं उनसे बहुत प्यार करता था।
मैं – मम्मी मैं जानता हु आपको ये अजीब लग रहा है मगर सच तो ये है की मैं आपसे बहुत प्यार करता हु और अगर आप मेरी मम्मी नहीं होती तो मैं ये शादी वैसे करता जैसे सबकी शादी होती है।
मम्मी – मैं जानती हु मेरे बच्चे की तू मुझे बहुत प्यार करता है तेरा प्यार मैं हर रोज महसूस करती हु मगर फिर भी हम दोनों दुनिया की नज़रो में माँ बेटे ही रहेंगे, मैंने सिन्दूर मम्मी की मांग में भर दिया और फिर मम्मी ने मुझे मंगलसूत्र दिया और मैंने उन्हें मंगलसूत्र पहना दिया।
मेरी खुसी के लिए मम्मी ने ये भी किया और मैंने मम्मी को गले लगा लिया मम्मी के गले में अब मेरे नाम का मंगलसूत्र था और वह अब मेरी माँ और बीवी दोनों बन चुकी थी।
मैं – आई लव यू कुसुम आई लव यू सो मच,
मम्मी – आई लव यू तू बेटा ओह्ह मेरा मतलब है अभी, मम्मी मुझे बेटा बोलके हसने लगी।
मैं – मम्मी मैं जनता हु ये इतना आसान नहीं है इसीलिए मैं चाहता हु हम जैसे थे वैसे ही रहे आप मुझे बेटा ही बोलो और मैं आपको मम्मी ही बोलूंगा। Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
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मम्मी – तू ठीक कह रहा है बेटा कही किसी दिन तूने मुझे आपने पापा के सामने कुसुम बोल दिया तो वह तो सुनके ही पागल हो जायेगा वैसे भी हम दोनों को एक दूसरे के साथ और प्यार से मतलब है और कुछ नहीं, मैंने मम्मी को गोदी में उठा लिया और फिर उन्हें बेड पर ले आया हम दोनों बेड पर लेटे लेटे एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे और मेरा हाथ मम्मी की गांड को सेहला रहा था।
मम्मी के होंठों को चूसने के बाद मैं उनकी चूचिया नाइटी के ऊपर से ही चूसने लगा और मम्मी मेरे बालो को सहलाने लगी मम्मी की चूचिया चूसते हुए मैं उनके पेट और नाभि को चाटने लगा और पेट और नाभि को चाटने के बाद मैं मम्मी की जांघो को चाटने लगा मम्मी बेड पर पड़ी कसमसा रही थी और मैं उनके बदन को चाट चाट के गरम कर रहा था मम्मी की जांघो को चाटने के बाद मैं उनके पैरो को चूसने लगा।
मम्मी को हमेशा अपने पेअर चुसवाने में मज़ा आता था और मैं हर बार उन्हें ये मज़ा देता था मम्मी के पैरो को चूसने के बाद मैंने मम्मी की टाँगे फैला दी और टाँगे फैलते ही मम्मी की चुत खुल के दिखने लगी।
मैं – मम्मी आप ये नाइटी और पेंटी कब लेके आयी।
मम्मी – बेटा ऑनलाइन आर्डर की थी अभी 2 दिन पहले ही आयी थी मैंने इसे आज के लिए ही मंगवाया था।
मैं तुझे सरप्राइज देना चाहती थी और यहाँ आके तूने मुझे सरप्राइज दे दिया चलो अच्छा ही है अब ये नाइटी हमारी सुहागरात और हनीमून दोनों के काम आ रही है मम्मी की टाँगे खोल के मैं उनकी चुत और गांड चाटने लगा और मम्मी भी बड़े प्यार से मेरा सर सहलाने लगी।
मम्मी की चुत से आज कुछ जयादा ही पानी बह रही थी।
मैं – मम्मी आज तो आपकी चुत कुछ जयादा ही पानी छोड़ रही थी लगता है शादी वाली बात से आप भी जयादा उत्तेजित हो गयी हो।
मम्मी – हा तू सही कह रहा है बेटा कुछ देर पहले तक तू सिर्फ मेरा बेटा था आह्हः मगर अब तू मेरा पति बन गया है मम्मी की बात सुनके मैं जल्दी जल्दी अपनी जीभ चलाने लगा और मैंने मम्मी की चुत और गांड दोनों गीली कर दी और फिर कुछ देर चुत और गांड चाट के बाद मे , मैं मम्मी की चूचियों के ऊपर आ गया और मैंने अपना लंड मम्मी के मुँह में डाल दिया मम्मी लेटे लेटे ही मेरा लंड चूसने लगी और मैं कई बार अपना लंड थोड़ा अंदर तक डाल देता जिससे मम्मी के मुँह से आवक आवक करके आवाज आने लगती, कुछ देर बाद जब मैंने अपना लंड बहार निकाला तो मेरे लंड से मम्मी का थूक टपक रहा था और मम्मी मुझे ही देख रही थी। Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
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मैं – मम्मी आज मुझे आपसे एक और चीज चाइये,
मम्मी – क्या चाहिए बेटा बोल?
मैं – मम्मी शादी की पहली रात हमेशा पति ही अपनी पत्नी की चुत खोलता है मगर आपकी चुत तो मैं पहले ही खोल चूका हु मगर आज मुझे आपकी गांड खोलने है।
मम्मी – नहीं नहीं बेटा गांड में नहीं वहा बहुत दर्द होता है तेरे पापा ने भी एक बार किया था तब मुझे बहुत दर्द हुआ था, उसके बाद मैंने कभी ऐसा नहीं किया और न करने दिया।
मैं – मम्मी पापा ने ठीक से नहीं किया होगा उन्हें तो बस अपने काम से मतलब होगा मगर मैं ऐसा नहीं करूँगा अगर आपको जयादा दर्द होगा तो मैं नहीं करूँगा और न आगे से करने को कहूंगा, कुछ देर मम्मी सोचती रही और फिर काफी मनाने के बाद वह मान गयी।
आज फाइनली मुझे वह मिलने वाला था जिसका मैं सबसे बड़ा दीवाना था।
मैं – मम्मी आप जानती हो मैं आपकी गांड का सबसे जयादा दीवाना हु।
मम्मी – हा बेटा मुझे पता है इसीलिए तू मेरी गांड इतनी चाटता रहता है मैं भी हमेशा यही सोचती थी की कही तू मेरी गांड मारने को न कह दे और आज तूने कह ही दिया।
मैं – मम्मी आप चिंता मत करो आपको पापा की तरह दर्द नहीं दूंगा बल्कि सिर्फ मज़ा ही मज़ा दूंगा।
मम्मी – बेटा तेरे पापा के लंड से भी दर्द हुआ था और तेरा लंड तो उनसे भी बड़ा और मोटा है अपने लंड की तारीफ सुनके मैं खुस हो गया और फिर मम्मी अपनी पेंटी निकाल के बेड पर घोड़ी बन गयी और मैं जीभ डालके उनकी गांड को चाटने लगा।
अपनी गांड चटवाने में मम्मी को मज़ा आ रहा था मैंने थूक डाल डाल के मम्मी की गांड को एक दम चिकना कर दिया था और फिर मैंने अपनी ऊँगली मम्मी की गांड में डाल दी जो बड़ी ही आसानी से अंदर चली गयी और मम्मी को जरा भी दर्द नहीं हुआ।
मैं – देखा मम्मी आपको बिलकुल भी दर्द नहीं हुआ।
मम्मी – बेटा ऊँगली तो तू पहले भी डाल चूका है और इससे मुझे कोई दिक्कत नहीं होती है मगर डर तो तेरे मोठे लंड का है जो मेरी चुत में जाके तबाही मचा देता है तो मेरी गांड का क्या हाल करेगा?
मैं – मम्मी आप मेरा लंड चूस के थोड़ा गीला कर दो ताकि गांड में जाने में आसानी हो।
फिर मम्मी मेरा लंड चूसने लगी और उन्होंने मेरे लंड को अपने थूक से नहला दिया और फिर मैं मम्मी के पीछे आ गया और मम्मी ने अपने दोनों हाथो से अपनी गांड को फैला लिया।
मम्मी की गांड का छेद खुलता बंद होता दिख रहा था जैसे वह मुझे कह रहा हो प्लीज मुझे छोड़ दो मेरे अंदर आपने लंड मत डालो मैंने ढेर सारा थूक मम्मी की गांड पर डाला और अपने लंड का सूपड़ा मम्मी की गांड के छेद पर रख दिया।
मैं बहुत ही हलके हलके अपना लंड मम्मी की गांड में डालने लगा अभी मेरे लंड का सूपड़ा थोड़ा सा ही अंदर गया था तब मैंने मम्मी से पूछा। Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
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मैं – मम्मी दर्द तो नहीं हो रहा है।
मम्मी – नहीं बेटा अभी तो नहीं हो रहा है और थोड़ा दर्द तो मैं सेह सकती हु मम्मी की बात सुनके मैंने हलके हलके अपने पूरा सूपड़ा अंदर डाल दिया और वही रुक गया गांड चिकनी होने की वजह से मम्मी को दर्द नहीं हुआ और मैं बस अपना सूपड़ा ही अंदर बहार करने लगा, जिसमें मम्मी को बिलकुल भी दर्द नहीं हुआ।
फिर मैंने अपना लंड बहार निकाला और पुरे लंड पर थूक लगा दिया और साथ के साथ मम्मी की गांड में भी थूक भर दिया और इस बार मैंने हलके हलके आपने आधा लंड अंदर डाल दिया तब मम्मी के मुँह से आह निकली।
मैं – मम्मी जयादा दर्द हो रहा है क्या? अगर दर्द है तो मैं निकाल लेता हु।
मम्मी – अह्ह्ह्ह नहीं बेटा उतना उम्म्म दर्द नहीं है जितना तेरे पापा के टाइम हुआ था मम्मी की बात सुनके मैं हलके हलके धक्के लगाने लगा और अभी बस आधा ही लंड मम्मी की गांड में गया था फिर मैंने अपना लंड निकाल लिया जिस पर मम्मी की टट्टी लगी हुई थी और अब मम्मी की गांड का छेद थोड़ा खुला हुआ दिख रहा था।
मैंने मम्मी की गांड को पकड़ के फैला दिया और फिर ढेर सारा थूक मम्मी की गांड के अंदर डाल दिया और फिर मैंने अपना लंड अंदर डाल दिया, इस बार मेरा लंड आधे से जयादा अंदर चला गया और मम्मी के मुँह से अह्ह्ह्ह निकल गयी मगर इस बार मैंने मम्मी से कुछ नहीं पूछा और हलके हलके पूरा लंड अंदर डाल दिया और ऐसे ही रहने दिया।
मैं – मम्मी दर्द तो नहीं हो रहा है न।
मम्मी – नहीं बेटा उतना दर्द नहीं हो रहा है जो मैं झेल न पाव,
मैं – वैसे मम्मी इस टाइम मेरा पूरा लंड आपकी गांड में है और आपको पता भी नहीं चला अब बताओ क्या मैंने पापा जैसा दर्द दिया आपको? मम्मी को यकीं नहीं हो रहा था की वह मेरा पूरा लंड ले चुकी है मैंने पास में पड़ा अपना मोबाइल उठाया और मम्मी को एक फोटो क्लिक करके दिखाया फोटो देखकर मम्मी को यकीं नहीं हुआ।
मम्मी – सच में बेटा मुझे तो यकीं नहीं हो रहा है की तेरा लंड मेरी गांड में घुसा है जब तेरे पापा ने किया था तो मैं दर्द के मारे चिल्ला रही थी मगर तूने तो बड़े ही आराम से कर दिया।
मैं – मम्मी ये तो करने वाले के तरीके पर निर्भर करता है और मैं अपनी मम्मी को दर्द क्यों दूंगा? फिर मैंने मम्मी की गांड पकड़ी और धक्के लगाने शुरू कर दिए मैं बड़े प्यार प्यार से धक्के लगा रहा था और मम्मी को भी मज़ा आ रहा था मम्मी हर धक्के में मोअन कर रही थी मैं बार बार अपना लंड निकाल के मम्मी की गांड को थूक से गीला कर रहा था जिससे हर बार धक्के बड़े आराम से लग रहे थे अब जब भी मैं अपना लंड निकलता तो मम्मी की गांड का छेद एक दम खुला हुआ दिखाई देता।
जिसे देखकर मुझे पोर्न वीडियो की याद आ गयी उसमें भी गांड मारने पर गांड का छेद खुल जाता और वही छेद वह खोल खोल के वीडियो देखने वालो को दिखते है मैं धक्के लगाते हुए, मम्मी की चुत रगड़ने लगा जिससे मम्मी को और भी जयादा मज़ा आने लगा और इस बार जब मैंने मम्मी की गांड से लंड निकाला तो मैंने मोबाइल उठा के एक फोटो ले ली और वह फोटो मम्मी को दिखाई। Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
Mummy ki chudai hindi mein
मम्मी अपनी गांड का खुला छेद देखकर चौक गयी और वह उसे ज़ूम कर कर के देखने लगी और मैं पीछे से दना दन धक्के लगाने लगा।
फिर कुछ देर धक्के लगाने के बाद मैंने मम्मी को सीधा लिटा दिया और मम्मी मेरा टट्टी से सना हुआ लंड देखने लगी।
मम्मी – बेटा अपना लंड साफ़ कर ले ये गन्दा हो गया है फिर मैंने अपना अंडरवियर उठाया और उससे लंड साफ़ कर लिया।
फिर मैंने आपने लंड मम्मी की चुत में डाल दिया और उनके ऊपर लेटकर धक्के लगाने लगा मम्मी ने मुझे अपनी टांगो से जकड लिया और वह खुद अपनी कमर उठा उठा के मेरा साथ देने लगी।
मम्मी को ऐसा करता देखकर मैं समझ गया की जल्दी ही उनका पानी निकलने वाला है मैं इतने दिन से मम्मी को चोद रहा था अब मैं उन्हें अच्छी तरह जान गया था की जब उनका पानी निकलने वाला होता है तो वह खुद मेरे ऊपर चढ़ने लगती है और एक भूखी शेरनी की तरह मुझे खा जाना चाहती है।
मम्मी नीचे से कमर उठा उठा के मेरा साथ दे रही थी और आपने टांटो से मेरे होंठों को काट रही थी मैं भी जल्दी जल्दी धक्के लगाने लगा और कुछ ही देर में मम्मी का पानी निकल गया मम्मी मुझे कस के पकडे हुए लेटी हुई थी और मेरा लंड उनकी चुत में फड् फड़ा रहा था।
फिर मैंने अपना लंड मम्मी की चुत से निकाल लिया और ऐसे ही उनकी गांड में डाल दिया मैंने मम्मी की दोनों टाँगे आपने कंधे पर रखी और फिर मैं धक्के लगाने लगा मम्मी उम्म्म अह्ह्ह अह्ह्ह करने लगी और मैं उनकी आँखों में देखकर धक्के लगाने लगा और कुछ ही देर बाद मैंने भी अपना पानी उनकी गांड में निकाल दिया और फिर मैं हफ्ते हुए मम्मी के साइड में लेट गया और मम्मी मुझसे चिपक गयी।
हम दोनों ही हाफ रहे थे और मम्मी मेरे सीने पर हाथ फेर रही थी।
मम्मी – बेटा अपना लंड धो ले ये बहुत गन्दा हो गया है मम्मी की बात सुनके मैं बाथरूम चला गया और अपना लंड साफ़ करने लगा तभी मम्मी भी बाथरूम में आ गयी और पॉट पर बैठकर टॉयलेट करने लगी मम्मी और मैं एक दूसरे को देख रहे थे और फिर मम्मी टॉयलेट करके उठ गयी और वह ऐसे ही टॉयलेट के बहार जाने लगी।
मम्मी कमरे में आते ही बेड पर लेट गयी और खुद की टाँगे फैला के मुझे देखने लगी मैं भी मम्मी के पास जल्दी से गया और उनकी मूत भरी चुत को चाट के साफ़ करने लगा । Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
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मम्मी अब हर बार ऐसे ही मुझसे अपनी चुत चटवा के साफ़ करवाती है और मैं भी बड़े प्यार से मम्मी की चुत चाट के साफ़ करता हु मैं बड़े प्यार से मम्मी की चुत चाट रहा था और तभी पापा का कॉल आ गया जो वह हमेशा करते है जब वह बहार जाते है मैंने आपने मुँह उठा के देखा तो मम्मी ने फिर से मेरा मुँह अपनी चुत पर लगा दिया और वह कॉल उठा के पापा से बात करने लगी।
पापा – और डार्लिंग खाना वगेरा हो गया या नहीं।
मम्मी – हा जी अभी थोड़ी देर पहले ही खाया है और आपने खाना खा लिया।
पापा – हा बस अभी अभी खाके हटा हु तो सोचा कॉल कर लू और अभी कहा है।
मम्मी – यही बैठा है लो बात कर लो, मम्मी ने मोबाइल मुझे दे दिया और मैं मम्मी की चुत पर जीभ फिरते हुए बोलै।
पापा – हा जी पापा।
पापा – और बेटा पढ़ाई कैसे चल रही है।
मैं – बस पापा ठीक चल रही है अभी भी सामने किताब ही खुली है वही पढ़ रहा था, पापा से बात करते हुए मैं चाप चाप करके मम्मी की चुत चाट रहा था जिसकी आवाज पापा भी सुन रहे थे और मम्मी मुझे आँखे दिखा रही थी।
पापा – क्या हुआ बेटा कुछ खा रहा है क्या?
मैं – है पापा वह मम्मी ने आइस क्रीम बनायीं थी वही खा रहा हु बहुत अच्छी आइस क्रीम है पापा।
पापा – चल बेटा तुम लोग आराम कर लो फिर कल मिलते है।
मैं – ठीक है पापा बाई, मोबाइल रखते ही मम्मी और मैं जोर जोर से हसने लगे और फिर मम्मी बोली।
मम्मी – तू बहुत कमीना है अपने पापा से बात करते हुए मेरी चुत चाट रहा है और उनसे कह रहा है की आइस क्रीम खा रहा है अगर उन्हें पता चल जाता तो। Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
Mummy ki chudai dekhi
मैं – आपने ही तो कॉल उठा लिया और फिर मुझसे बात करवाने लगी गलती तो आपकी है मम्मी अब ऐसे स्वाद भरी चुत मेरे सामने होगी तो मैं खुद को कैसे रोक पाउँगा वैसे मज़ा तो आपको भी बहुत आ रहा था।
मम्मी मेरी बात सुनके हसने लगी और फिर हम दोनों चुदाई में लग गए मैंने रात में 5 बार मम्मी को चोदा और फिर हम लोग सुबह 8 बजे उठे और फिर सुबह भी एक बार चुदाई करके, हम लोग होटल से निकल गए रस्ते में नास्ता करके हम लोग घर की तरफ निकल पड़े।
मम्मी और मैं बहुत खुस थे और मम्मी ने मेरे नाम का मंगलसूत्र पहना हुआ था फिर हम लोग घर आ गए और घर आके हमारी मस्ती और भी जयादा हो गयी मम्मी अब पापा के होते हुए भी अपनी चुत शांत करवा लेती थी।
एक दिन ऐसे ही संडे का दिन था और पापा और उनका एक दोस्त क्रिकेट मैच देख रहे थे मगर मेरे लंड को तो मम्मी की चुत के साथ मैच खेलना था मम्मी पापा और उनके दोस्त को खाने पीने की चीजे देकर मेरे कमरे में आ गयी और कमरे में आते ही उन्होंने मेरा लोअर नीचे कर दिया और वह मेरा लंड चूसने लगी मम्मी गप गैप मेरा लंड चूस रही थी की तभी पापा ने मम्मी को आवाज लगा दी और मम्मी मेरा लंड छोड़ के बहार चली गयी।
कुछ देर बाद मम्मी वापस आयी और तुरंत अपनी सलवार नीचे करके मेरे सामने झुक गयी।
मम्मी – जल्दी से कर ले बेटा तेरे पापा और उनके दोस्त बहार ही है।
मैं – हा मम्मी मगर मेरा लंड तो आपकी चुत के साथ खेलना चाहता है।
मम्मी – बेटा मैं भी तो वही चाहती हु बस थोड़ा संभल के करना कही तेरे पापा न सुन ले, मैंने मम्मी की चुत पर हाथ लगाया तो उनकी चुत पानी पानी हो रही थी फिर मैंने अपना लंड डाल दिया और धक्के लगाने लगा।
मैं – मम्मी आपकी चुत तो बहुत गीली ही रही है। Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
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मम्मी – बेटा जितना मन तेरा करता है उतना ही मन मेरा भी होता है और तेरे पास आते ही मेरी भी चुत गीली हो जाती है मैंने मम्मी को चोद चोद के उनकी गर्मी निकाल दी और मम्मी ने भी मेरा सारा पानी अपने मुँह में ले लिया और वह उसे पी गयी।
मैं और मम्मी अब हमेशा एक दूसरे के साथ मस्ती करने लगे यहाँ तक की करवा चौथ पर भी मम्मी ने मेरे लिए व्रत रखा और जब वह व्रत खोलने लगी तो मैं पापा के पीछे खड़ा हो गया और उन्होंने मुझे देखकर अपना व्रत खोल लिया फिर मैंने भी मम्मी को पानी पिलाया और उस दिन मैंने पहले ही चुदाई की जुगाड़ बना लिया था मैंने मम्मी को स्लीपिंग पिल दे दी थी जिसे मम्मी ने पापा के खाने में मिला दिया और फिर वह खाना खाके कमरे में चले गए गोली का असर होने में थोड़ा टाइम तो लगा और तब तक पापा एक बार चुदाई कर चुके थे जिसमें मम्मी को हमेशा की तरह कोई मज़ा नहीं आया।
कुछ देर बाद जब मैं अंदर गया तो पापा नंगे लेटे हुए थे और उनका पानी उनके पेट पर ही गिरा हुआ था जिसे मम्मी साफ़ कर रही थी मैंने आज पहली बार पापा का लंड देखा जो मेरे लंड से वाकई छोटा था। Mummy Ki Chudai Ki Kahanii
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मम्मी ने अपनी साड़ी फिर से पहन ली और फिर वह मेरे पास आयी और मेरे होंठों को चूसने लगी।
मम्मी – चल बेटा मुझे अपने कमरे में ले चल और जी भर के मुझे प्यार कर, मैंने मम्मी को गोदी में उठा लिया और उन्हें अपने कमरे में ले गया जहा मैंने मम्मी को सुबह तक चोदा और फिर मम्मी अपने कमरे में आके सो गयी और मैं भी सो गया।
तब से मैं हमेशा मम्मी को छोड़ने लगा और मम्मी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी मम्मी ने अपनी कई फंतासी भी मुझे बताई जिसे मैंने पूरी कर दी कभी मैं कोरियर वाला लड़का बनके, तो कभी मैं चोर बनके आता और मैं मम्मी को बहुत चोदता हम दोनों हर बार कुछ नया करते जिससे हम दोनों की सेक्स लाइफ बहुत अच्छी रहती।
और जाते जाते इन्सेस्ट आपका बहुत बहुत धन्यवाद जो उन्होंने मेरी कहानी को आपने शब्दों में पढ़ रहे हो।
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